पति समेत चार पर गर्भवती की हत्या करने का आरोप
Gurugram News Network- फर्रूखनगर के गांव कारोला में गर्भवती को फंदे से लटका कर हत्या करने का मामला सामने आया है I मृतक की मां ने यह आरोप अपने दामाद प्रदीप समेत उसकी मां संता, बहन बबली समेत भांजे सुमित पर लगाया है I आरोपियों ने पुलिस से सांठगांठ कर मृतका के शव का आनन फानन में पोस्टमार्टम करा दिया I इसके साथ ही पुलिस के साथ मिलकर उनकी शिकायत भी दर्ज नहीं करने दी गई I इस पर पीडित परिवार ने शिकायत हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज समेत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को दी है, जिसके बाद फर्रूखनगर थाना पुलिस हरकत में आई और केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है I
रोजका मेव निवासी राजेश देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी सपना की शादी 30 नवंबर 2017 को गांव कारोला निवासी प्रदीप के साथ की थी I आरोप है कि सपना का रंग सांवला होने के कारण उसे सास व ननद उस पर नस्लीय टिप्पणी करते थे I इसके कारण सपना अपने घर वापस आ गई I पंचायत में ससुराल पक्ष द्वारा माफी मांगने के बाद सपना अपने ससुराल चली गई थी I इसके बाद सपना गर्भवती हुई तो प्रदीप ने उसके गर्भ की जांच करा दी I इस दौरान प्रदीप को पता लगा कि सपना के गर्भ में पल रहा शिशु लड़की है तो वह सपना को परेशान करने लगा I आरोप है कि 21 अप्रैल को राजेश देवी ने सपना से बात करने के लिए प्रदीप को फोन किया, लेकिन प्रदीप ने उनकी बात सपना से नहीं कराई I आरोप है कि 22 अप्रैल को प्रदीप ने उन्हें फोन कर सपना द्वारा फंदा लगाए जाने की सूचना दी I उन्हें गांव कारोला न जाने की बात कहते हुए सीधे फर्रूखनगर थाने बुलवाया I
आरोप है कि थाने में पुलिस ने उनसे कुछ खाली पेपर पर साइन कराया I इसके बाद उन्हें गांव कारोला ले गए जहां शव का आनन फानन में अंतिम संस्कार कर दिया I इस बारे में उन्होंने हत्या किए जाने का शक कई बार पुलिस को जताया, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की I
आरोप है कि कुछ दिन बाद उन्हें प्रदीप के परिवार ने पांच लाख रुपए भिजवाए I इस बात से उन्हें सपना की हत्या किए जाने का शक गहरा हो गया I इस पर उन्होंने मानेसर पुलिस उपायुक्त को शिकायत दी I पुलिस उपायुक्त ने उन्हें फर्रुखनगर थाना पुलिस के पास भेज दिया I पुलिस ने उनसे शिकायत तो ले ली, लेकिन कार्रवाई के नाम पर उन्हें परेशान करने लगे I पुलिस की कार्यशैली से खफा होकर उन्होंने गृहमंत्री व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, डीजीपी को शिकायत दी I जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और प्रदीप समेत अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया I